सहजी हमे बनाया , ये करम नहीं तो क्या हे
मेरा मर्तबा बढाया , ये करम नहीं तो क्या हे
सहजी हमे बनाया
मे गमो की धुप में जब तेरा नाम लेके निकला
किया रहमतो का साया, ये करम नहीं तो क्या हे
सहजी हमे बनाया
कभी मौत के भंवर में और कभी कभी कदम पे
मेरी नाव को बचाया, ये करम नहीं तो क्या हे
सहजी हमे बनाया
मेरे जिंदगी के दामन पे बरस पड़ी बहारे
माँ तेरे प्यार ने हसाया, ये करम नहीं तो क्या हे
सहजी हमे बनाया
मेरे वक्त - ए - मुसीबत में , मेरे दिल में उतर करके
मेरे दिल को दिल बनाया, ये करम नहीं तो क्या हे
सहजी हमे बनाया
में भटक के रह गया था, कंही और बह गया था
मुझे रास्ता दिखाया , ये करम नहीं तो क्या हे
सहजी हमे बनाया
जय श्री माताजी