बीत गए दिन भजन बिना रे .............
भजन बिना रे भजन बिना रे
बीत गए दिन
बाल अव्स्ठा खेल गवायो ........................
आई जवानी तब मान घना रे
बीत गए दिन
लाहे कारण मूल गवायो ........................
अजहू न गई मन की तृष्णा रे
बीत गए दिन
कहत कबीर सुनो भाई साधो
पार उतर गए संत जना रे
बीत गए दिन
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