Friday, March 6, 2020

भर दे इतनी भक्ति माँ


भर दे इतनी भक्ति माँ , मेरे अंग अंग में
जेसी राम के बजरंग में, माँ बजरंग में बजरंग में
भर दे इतनी भक्ति माँ

भर दे इतनी प्रीती माँ, जितना पानी सागर में
कमी नहीं होगी तो भी तनिक तेरे प्यार के आगर में
दर्पण हर पल देखू तेरे सत्संग में
सत्संग में
भर दे इतनी भक्ति माँ

भर दे हर इक बाग को माँ, प्यार के फूलो कलियों से
महक तेरी ही आएगी तब, सडको से, गलियों से
भर दे इतनी भक्ति माँ

लगन दे ऐसी माताजी , राधा को श्याम से
ऐसी श्रद्धा दे माताजी, जेसी शबरी को राम से
श्री राम से
भर दे इतनी भक्ति माँ
                                                          जय श्री माताजी 


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