Sunday, March 1, 2020

शंकर भोले भाले - दीपक वर्मा


ललाट पे चंद्रमा, चंद्रमा, जटा में गंगधार हे
चढ़ी हे भस्म अंग पे, गले में सर्पहार हे, नवा रहे हे शेष देव सर तुम्हारी भक्ति में,
हे कोटि सूर्य का प्रकाश शिव तुम्हारी शक्ति में -

शंकर भोले भाले, शैल बिहारी त्रिपुरारी
तेरी लीला प्रभु सबसे हे न्यारी
शंकर भोले भाले

सब देवो में महादेव तू , तुझसा कोई ना दूजा
भक्ति भाव से सब करते हे भगवन तेरी पूजा
शिवजी तेरा तो हे, रूप निराला भोला भाला, तेरी छवि पे सभी हे बलिहारी
शंकर भोले भाले

सागर मथ के सभी देवता अमृत पर ललचाये
तुम अभयंकर, विष को पीकर निलकंठ कहलाये
जो भी आया शम्भो , शरण तिहारी दुःखहांरी
उसकी नैय्या तूने पार उतारी
शंकर भोले भाले

हे शिव शंकर जहा भी, तेरा डम डम डमरू बाजे
हे शिवशंकर, हे प्रलयंकर

हे शिव शंकर जहा भी, तेरा डम डम डमरू बाजे
धर के नाना रूप तेरे  गण, संग संग तेरे नाचे
तेरा किसी ने भी, भेद न पाया केसी माया
भायी तुझको तो नंदी की सवारी
हे शिव शंकर जहा भी, तेरा डम डम डमरू बाजे
शंकर भोले भाले

                                                     जय श्री माताजी 


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