Wednesday, March 11, 2020

हर देश में तू - दीपक वर्मा


हर देश में तू, हर वेश में तू .....................................2
तेरे नाम अनेक तू एक ही हे ....................................2
हर देश में तू

सागर से उठा बादल बनकर, बादल से बहा हे जल बनकर
फिर नाहर बनी नदिया गहरी, तेरे भिन्न स्वरुप तू एक ही हे
हर देश में तू

मिटटी से अणु परमाणु बना, फिर दिव्य जगत का रूप लिया
फिर पर्वत विश्व विशाल बना, सौन्दर्य तेरा तू एक ही हे
हर देश में तू

वो दृश्य दिखया हे जिश्ने, ये हे श्री माँ की पूर्ण कृपा
तुकड्या कहे तू अब और ना दिखा, ये में और तू सब एक ही हे
हर देश में तू
                                                             जय श्री माताजी 



No comments:

Post a Comment

सहजी हमे बनाया - सिंपल शर्मा

सहजी हमे बनाया , ये करम नहीं तो क्या हे मेरा मर्तबा बढाया , ये करम नहीं तो क्या हे सहजी हमे बनाया मे गमो की धुप में जब तेरा नाम लेके न...