नमामी श्री गणराज दयाल, करत हो भक्तन का प्रतिपाल
नमामी श्री गणराज दयाल
निशदिन ध्यान धरे जो प्राणी, हरे सकल भव जाल
जनम मरण से होत निराला, नहीं लगती कर माल
नमामी श्री गणराज दयाल
लम्बोदर गजवदन मनोहर, गले फूलो की माल
रिद्धि सिद्धि चमर ढूलावे, शोमत से दुखहार
नमामी श्री गणराज दयाल
मूषक वाहन त्रिशूल परेशुधर, चन्दन ज्ञानक विशाल
ब्र्ह्मादिप सब ध्यावत तुमको, अर्जी तुक रया बल
नमामी श्री गणराज दयाल
जय श्री माताजी
No comments:
Post a Comment