जय निर्मल माताजी ...................2
दिल में सदा रहना माँ सबको दुआ देना
जग में संकट कारण कितने लिए अवतार
विश्व मे तेरी महिमा, तू गंगा यमुना
माँ सबको दुआ देना
जो भी शरण मे आया सुख ही मिला उसको
बैठ के दिल मे ओ माँ, लौट के ना जाना
माँ सबको दुआ देना
मानव में अवतार के कर दिया उजियाला
कलियुग में माया है, फिर भी पहचाना
माँ सबको दुआ देना
संतजनों की धरती है भारतमाता
इस धरती पर आकर, दुख से दूर करना
माँ सबको दुआ देना
जब दिल मे आये तब मधु संगीत सुन लो
होये सके जो सेवा , माँ हमसे करा लेना
माँ सबको दुआ देना
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