जय गणपति जी महाराज, तेरी जग में ज्योत समाई हे
गौरा मात पिता महादेवा, सब भक्तो के आप हे देवा
हे देवो के सरताज सरताज, तेरी जग में ज्योत समाई हे
जय गणपति जी महाराज
जग रक्षक पालन कारी हे, तेरो मूषक वाहन सवारी हे
तू राखे सबकी लाज, लाज तेरी जग में ज्योत समाई हे
जय गणपति जी महाराज
लम्बोदर चार भुजाधारी, सूत आदिशक्ति आज्ञाकारी
रह फरसा क्र में साज, साज तेरी जग में ज्योत समाई हे
जय गणपति जी महाराज
लड्डूवन का भोग लगाए हे , संग फुल पान फल लाये हे
तेरा भोग लगाये आज, आज तेरी जग में ज्योत समाई हे
जय गणपति जी महाराज
सहजी तेरे चरण पखारे हे , निर्मल आँखों के तारे हे
गज मस्तक रहा विराज, विराज तेरी जग में ज्योत समाई हे
जय गणपति जी महाराज
जय श्री माताजी
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