Sunday, March 1, 2020

हर पल विचारो में



हर पल विचारो में  विचरती, आदि माँ वो आप हे
अब यह तो अब वहा, मुझे भासती ही आप हे
हर पल विचारो में

दूरियों में आप हे, नजदीकियों में आप हे
मेरे हदय में बेठ क्र, मेरी खुदी का नाप हे
हर पल विचारो में

नन्हा सा कतरा बन नज़ारा, कर रहा हु आपका
कतरे की में हे मिट गयी, बस आप ही बस आप हे
हर पल विचारो में

ना रही बुलबुल, ना रहा हे, हे वो कफस का शौरगुल
लखते जिगर रोशन हुआ, वो रोशनी ही आप हे
हर पल विचारो में
                                                    जय श्री माताजी 

No comments:

Post a Comment

सहजी हमे बनाया - सिंपल शर्मा

सहजी हमे बनाया , ये करम नहीं तो क्या हे मेरा मर्तबा बढाया , ये करम नहीं तो क्या हे सहजी हमे बनाया मे गमो की धुप में जब तेरा नाम लेके न...